औरंगाबाद (महाराष्ट्र), 31 मार्च (भाषा) महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर में एक राम मंदिर के समीप झड़प के बाद पुलिस पर भीड़ के हमले में घायल हुए 51 वर्षीय व्यक्ति की एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी। इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
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समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मुंबई के मलाड में हुई एक अन्य घटना में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इंडिया टुडे के मुताबिक, विभिन्न हिस्सों से झड़प के दौरान मौत की खबरें आ रही हैं.
महाराष्ट्र के ही संभाजी नगर में एक व्यक्ति की मौत होने की सूचना है. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, संभाजीनगर में भीड़ ने एक मंदिर पर पत्थर और पेट्रोल से भरी बोतलें फेंकी. इससे हिंसा भड़क गई और 10 पुलिसकर्मियों समेत 12 लोग घायल हो गए. मामले की जानकारी रखने वाले पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में चार लोगों को हिरासत में लिया गया है.
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘शहर में विभिन्न संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। प्रशासन ने शांति बनाए रखने के लिए एसआरपीएफ की पांच टुकड़ियों और करीब 600 पुलिसकर्मियों को तैनात किया है।’’
औरंगाबाद के किराडपुरा इलाके में राम मंदिर के समीप दो समूहों के बीच झड़प के बाद जब पुलिसकर्मियों ने स्थिति को काबू करने की कोशिश की तो करीब 500 लोगों की भीड़ ने उन पर पथराव किया और पेट्रोल से भरी बोतलें फेंकी। इस घटना में 10 पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 12 लोग घायल हो गए।
यह घटना बुधवार और बृहस्पतिवार की मध्यरात्रि को हुई जिसमें बदमाशों ने 13 वाहनों को फूंक दिया। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया और गोलियां भी चलायीं।
इस घटना के संबंध में जिंसी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। जिंसी थाने के एक अधिकारी ने कहा कि दंगा करने के आरोप में बरकत शेख (23), शेख अतीक (24), सद्दाम शाह (33), शेख खाजा (25), शारिक खान (23), सैयद नूर (27) सभी स्थानीय निवासी और शेख सलीम (25) निवासी बुलढाणा जिले को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं, महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने शुक्रवार को कहा कि राजनीतिक दलों, नागरिक समाज और नागरिकों को औरंगाबाद में शांति कायम करने की दिशा में काम करना चाहिए।