चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि मध्यपूर्व में एक दूसरे के कट्टर दुश्मन रहे ईरान और सऊदी अरब आपसी संबंधों को और मजबूत करेंगे.
चीन के सरकारी मीडिया में आई ख़बर के अनुसार, मंगलवार को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान से फ़ोन पर बात की.
राष्ट्रपति जिनपिंग ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि दोनों देश अच्छे पड़ोसी की तरह बर्ताव करेंगे और बीजिंग में हुई बातचीत के आधार पर अपने संबंधों को सुधारना जारी रखेंगे.
शी जिनपिंग ने कहा कि सऊदी अरब और ईरान के बीच वार्ता की फॉलोअप प्रक्रिया को जारी रखने में मदद देने के लिए चीन तैयार है.
चीन और सऊदी में बढ़ती साझेदारी
इस समझौते के बाद अब ऐसा लगता है कि चीन और सऊदी अरब दोनों ‘और अर्थपूर्ण’ संबंध बनाने की ओर जा रहे हैं और 10 अरब डॉलर की लागत से उत्तरी पूर्वी लियोनिंग प्रांत में एक शानदार रिफ़ाइंग काम्प्लेक्स बनाने का समझौता हुआ है.
बीते रविवार को घोषित इस समझौते के तहत रियाद रूसी आपूर्ति में अनिश्चितता के बीच इंडीग्रेटेड रिफ़ाइनरी और पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स बनाने में निवेश करेगा.
ये खबर हांगकांग स्थित चाइना मार्निंग पोस्ट ने मंगलवार को दी है.
विश्लेषकों का मानना है कि चीन अभी भी रू से भारी रियायती दरों पर कच्चे तेल का बड़े पैमाने पर आयात कर रहा है.
शांघाई के एक पेट्रोकेमिकल एनालिस्ट ने अख़बार से कहा कि चीन को ये डर है कि यूक्रेन में युद्ध के चलते अमेरिका और पश्चिमी देशों के रूस पर कड़े प्रतिबंधों से वैश्विक आपूर्ति चेन पर बहुत अधिक अस पड़ सकता है और इसकी वजह से क़ीमतों पर काफ़ी उतार चढ़ाव आ सकता है.
उनके मुताबिक, “हमें लगता है कि मध्य पूर्व की कंपनियां चीन की कंपनियों के साथ अधिक से अधिक ज्वाइंट वेंचर में हिस्सा लेंगी ताकि वे अपने तेल के लिए एक सुरक्षित रास्ता सुनिश्चित कर सकें.”