रजा ग्राफी रिपोर्ट :- अमेरिकी दौरे पर पहुंची ताइवानी राष्ट्रपति की जानकारी मिलते ही चाइना ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के स्पीकर केवीन मैक्कार्थी और ताइवान की राष्ट्रपति के बीच इस सप्ताह हुई अहम बैठक का विरोध करते हुए ‘रोनाल्ड रीगन प्रेसीडेंशियल लाइब्रेरी’ और अन्य अमेरिकी एवं एशिया आधारित संस्थानों पर चीन ने प्रतिबंध लगा दिया॰
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 1 दिन पहले ही चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा था कि बीजिंग ताइवान को लेकर अपने रुख में कोई बदलाव नहीं करेगा, यह सिर्फ और सिर्फ एक ख्वाबी पुलाव है, चाइना के कड़े विरोध के बावजूद मैक्कार्थी के साथ त्साई की बैठक संपन्न हुई॰ इस बैठक में दोनों के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई॰
यह बैठक ऐसे समय में हुई जब चाइना और अमेरिका के संबंध बेहद खराब स्थिति में हैं, इस बैठक की वजह से ताइवान और चीन के बीच तनाव और ज्यादा बढ़ चुका है॰ जिसकी वजह से चीन किसी भी समय ताइवान के खिलाफ कोई बड़ा एक्शन ले सकता है॰ चीन के राष्ट्रपति ने भी बीजिंग के अंदर एक बैठक के दौरान कहा कि ताइवान का मुद्दा चीन के मूल हितों के केंद्र में है
चीन सरकार और चीन के लोग कभी भी ‘एक चीन’ नीति के मुद्दे पर शोर शराबा करने वालों की राय से सहमत नहीं होंगे| बता दें कि मैक्कार्थी और त्साई की मुलाक़ात के बाद चीनी राष्ट्रपति कि यह पहली प्रतिक्रिया थी॰ इस बैठक के बाद अमेरिका ने भी चीन को चेताते हुए कहा कि चीन यथास्थिति को बदलने के लिए बल का प्रयोग न करे, यह स्वीकार नहीं होगा॰ चीन ताइवान के साथ बातचीत के माध्यम से दोनों देशो के बीच तनाव को कम करे