रजा ग्राफी रिपोर्ट:- सिंगापुर की एक सुपरमार्केट ने भारतीय मूल के एक मुस्लिम परिवार को वहाँ पर काम करने वाले एक कर्मचारी ने रमजान की फ्री मिठाई देने से सिर्फ इस वजह से माना कर दिया की वह भारतीय था, जिसके बाद उस मुस्लिम परिवार को वहाँ से बाहर निकाल दिया गया॰
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सिंगापुर में भारतीय मूल के रहने वाले जहांबर शालीह अपनी पत्नी फराह और दो बच्चों के साथ नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस के एक सुपरमार्केट में गए हुए थे, जहां पर फेयर प्राइस की एक दुकान पर रोजा खोलने के लिए फ्री में उठाई दी जा रही थी॰
इसी दौरान वहाँ मौजूद एक कर्मचारी ने कहा कि यह मुफ्त ट्रीट भारतियों के लिए नहीं है, इतना ही नहीं कर्मचारी ने उस भारतीय परिवार को वहाँ से कुछ भी खरीदने से मना करते हुए बाहर जाने को कहा, जिसके बाद निराश होकर जहांबर शालीह वहाँ से अपने घर लौट आए और उसके बाद उन्होने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि मैं और मेरी पत्नी सिर्फ मुफ्त मिठाई की जानकारी दे रहे एक पोस्टर को पढ़ रहे थे॰
तभी एक कर्मचारी ने कहा कि ये भारतियों के लिए नहीं है, कर्मचारी से पूछने पर उसने बताया कि उसे अपने सीनियर अफसरों से मिठाई सिर्फ मलय समुदाय के लोगों को देने के लिए कहा गया है, हमें ये बात बहुत अजीब लगी और हम वहाँ से चले आए॰
पोस्ट वायरल के कंपनी ने मांगी माफी जहांबर शालीह की पोस्ट जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई, लोग कंपनी व उसके स्टॉप की तरह तरह के कमेन्ट कर निंदा करने लगे, जिसकी जानकारी होने पर फेयर प्राइस स्टोर ने तुरंत उस मुस्लिम परिवार से संपर्क कर माफी मांगी और इस समस्या को सुलझाया, इसके साथ ही अपने कर्मचारियों को भी जरूरी हिदायत दी, स्टोर ने इस मामले को गंभीर से लेते हुए कहा कि रमजान के महीने में स्टोर द्वारा दिये जा रहे मुफ्त इफ्तार फैक्स सभी मुस्लिमों के लिए हैं॰