रजा ग्राफी रिपोर्ट:- जंग के दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर मदद की गुहार लगाई है, जिसमें उन्होने अतिरिक्त मानवीय सहायता भेजने को कहा, यूक्रेन की डिप्टी फ़ोरेन मिनिस्टर एमिन झापरोव ने ये पत्र एक बैठक के दौरान विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी को दिया है॰ इस पत्र में उन्होने दवाओं के अलावा मेडिकल यंत्रों समेत अतिरिक्त मानवीय सहायता देने की बात लिखी है॰
इसके साथ ही उन्होने भारत को पाक और चीन के प्रति सावधान रहने की सलाह देते हुए कहा कि भारत उन दुश्मनों को पहचानने की कोशिश करे, जो सोचते हैं कि वो कुछ गलत कर बच निकलेंगे, इस दौरान उन्होने किसी देश का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा भारत के पड़ोसी मुल्क चीन और पाकिस्तान की तरफ था॰
नई दिल्ली में आयोजित इंडियन काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर्स को संबोधित करते हुए झापरोवा ने कहा कि बीते साल यूक्रेन पर हुए रूसी हमले से पहले की घटनाएँ इस बात का उदाहरण हैं कि खराब पड़ोसियों से किस तरह निपटा जाए, चीन और पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्ते तनाव पूर्ण रहे हैं॰
उन्होने कहा कि यूक्रेन के क्रीमिया में जो हुआ उससे भारत को सीख लेने की जरूरत है, जब भी कुछ गलत होता है अगर उसे समय रहते रोका न जाए तो वो बड़ी मुसीबत बन जाता है, बता दें कि साल 2014 में रूस ने यूक्रेन पर हमला करके उस पर कब्जा कर लिया था॰
झापरोवा ने भारत-रूस की ऑयल डील का जिक्र करते हुए यह साफ साफ कहा है कि फिलहाल यूक्रेन भारत को यह बताने की स्थिति में नहीं है कि उसे अन्य देशों के साथ कैसे रिश्ते बनाने चाहिए, उन्होने बताया कि यूक्रेन पर हमले के बाद रूस पर कई सारे प्रतिबंध लगाए गए, जिसके बाद भी भारत रसिया से लगातार सस्ता ऑयल लेकर अपने नागरिकों को राहत दे रहा है,