प्रतिबंधित मिसाइल का ईंधन हासिल करने के लिए ईरान की रूस और चाइना से चल रही गुप्त वार्ता
रजा ग्राफी रिपोर्ट:- एक विशेष रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि चीन और रूस तेहरान के अमोनियम परक्लोरेट (एपी) के भंडारण को पुनः भरने के लिए ईरान के साथ गुप्त वार्ता चल रही है, प्रतिबंधित होने की वजह से तीनों देशों की है गुप्त वार्ता संयुक्त राष्ट्र से छुपकर की जा रही है॰
बैलेस्टिक मिसाइल को शक्ति देने के लिए यह ईंधन बेहद महत्वपूर्ण है, एकदम संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का उल्लंघन करता है, लेकिन गलती हुई मिसाइल आपूर्ति को देख बहुत एक कदम भी उठा सकता है, इस संबंध में तेहरान ने दोनों देशों के अधिकारियों व सरकारी सस्थाओ के साथ बातचीत की है, फिलहाल इस बात का अभी तक खुलासा नही हो पाया है कि ईरान कितना ईधन खरीदना चाहता है॰
विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान के लिए यह ईधन जोल्फ़ाघर मिसाइल सहित हजारों की रॉकेटस बनाने के लिए पर्याप्त होगा॰ जिसकी रेंज 700 किमी है, अगर यह सौदा हो जाता है, तो इन हथियारों की कुछ मात्रा यूक्रेन के खिलाफ भी तैनात की जा सकती है॰