रजा ग्राफी न्यूज:– ये मुल्ले गद्दार होते हैं, आतंकवादी होते हैं आदि जैसे शब्दों का इस्तेमाल मुसलमानों को बदनाम करने के लिए कुछ बहुसंख्यक समाज के जाहिल लोग करते हैं॰ लेकिन इसी महीने में बहुसंख्यक समाज से ऐसे-ऐसे से गद्दार पकड़े गए हैं कि मुझे उनके कारनामों के बारे में बताने के लिए पूरी “दी गद्दार फाइल” बनानी पड़ी है॰
देश का असली गद्दार कौन है यह पूरा देश और सारी दुनिया जानती है, लेकिन इधर से मन भटकाने (ध्यान हटाने) के लिए “दी कश्मीर फाइल”, “दी केरल स्टोरी” जैसी मनगढ़ंत झूठी फिल्में बनाकर रिलीज कर देश में आपसी भाईचारा और सामाजिक माहौल को खराब करने के लिए देश के शीर्ष नेताओं द्वारा इन्हें प्रमोट की जा रही हैं॰
एक तरफ जहां इन झूठी फिल्मों को बनाकर प्रमोट कर अल्पसंख्यक मुसलमानों के खिलाफ बहुसंख्यक समाज के लोगों को भड़काने का काम किया जा रहा है॰ तो वहीं बहुसंख्यक समाज के कुछ गद्दारों की देश के प्रति गद्दारियों का खुलासा हो रहा है॰ बीबीसी और तमाम इंटरनेशनल मीडिया में यह बात आ चुकी है, लेकिन अब तक गोदी मीडिया ने इसे नहीं दिखाया है॰
क्योंकि यह गोदी मीडिया की तरह ही गद्दार हैं, गोदी मीडिया देश का कोई वफादार थोड़ी ना है वह भी गद्दार है और यह रघुवंशी जनरलिस्ट भी॰ जिसका पूरा नाम विवेक रघुवंशी है॰ इसके साथ में एक नौसेना का पूर्व कमांडर भी गिरफ्तार हुआ है. वो भी बहुसंख्यक समाज का है मुसलमान नहीं है और देश के साथ गद्दारी की है, जो अब जग जाहिर है॰
इन दोनों देश के गद्दारों की गद्दारी का खुलासा रजा ग्राफी ने अपने मन से नहीं बल्कि बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार किया है॰ पीटीआई ने खुद जानकारी दी है फ्रीलांसर जर्नलिस्ट विवेक रघुवंशी और कमांडर को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है॰ लेकिन अभी तक गोदी मीडिया ने इन पर कोई डिबेट शुरू नहीं की है क्योंकि वह बहुसंख्यक समाज से हैं॰ मुसलमान नहीं अगर मुसलमान होते तो गोदी मीडिया अपना गला फाड़ फाड़ के चिल्लाता॰
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस गद्दार पूर्व कमांडर का नाम आशीष पाठक है॰ इन दोनों की गिरफ्तारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से की गई है॰ क्योंकि इन्होंने देश की संवेदनशील जानकारियां जुटाई और इन्होंने खुफिया जानकारियां दूसरे देशों के साथ साझा की हैं॰ पीटीआई ने ट्वीट कर बताया कि यह दोनों देश की खुफिया जानकारियों की जासूसी कर रहे थे॰
साथ में एएनआई इस खबर को लिखा है उसने ने लिखा है कि विवेक अग्निहोत्री पर आरोप है कि उन्होंने कथित तौर पर रक्षा अनुसंधान विकास डीआरडीओ और भारतीय सेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारियों को विदेशी खुफिया एजेंसियों के साथ साझा किया है॰ समाचार एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से विवेक रघुवंशी की गिरफ्तारी की जानकारी दी है.
इस मामले में सीबीआई ने मंगलवार को दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा सहित जयपुर में 12 स्थानों पर छापेमारी की॰ सूत्रों के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस अखबार ने बताया है कि शुरुआत में दिल्ली पुलिस ने रघुवंशी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और इसके बाद जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया. सीबीआई ने रघुवंशी और उनके सहयोगी के खिलाफ गोपनीयता से चुपके-चुपके कानून के तहत एफआईआर दर्ज कर इन्वेस्टिगेशन शुरू कर दी॰
छापेमारी के बाद तमाम सबूत मिलने के बाद रघुवंशी को और नौसेना कमांडर को गिरफ्तार कर लिया गया॰ अब पाठकों सवाल आपसे यह जो गद्दार गिरफ्तार किए गए हैं, जिंहोने देश की खुफिया जानकारियां जुटाकर देश के साथ गद्दारी कर, अपने ईमान को बेचकर, लालच में आकर उन्हें अन्य देशों की खुफिया एजेंसियों के साथ साझा किया॰ जिससे देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था खतरे में पड़ी॰
पाठकों क्या इनसे बड़ा देश के लिए कोई गद्दार हो सकता है? क्या मोदी सरकार इनके घर पर बुल्डोजर चलवाएगी? इनके घर की कुर्की करवाएगी? क्या इनकी गद्दारी पर कोई फिल्म बनेगी?