रजा ग्राफी न्यूज:- आम तार पर मंदिरों में हमें पुजारी पुरुष ही दिखाई देते हैं॰ लेकिन आज मैं आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहा हूँ, जहां परम्पराओं को तोड़ते हुए पिछले 42 सालों से एक महिला पुजारी के रूप में काम कर रही है॰ पूछे जाने पर इस महिला पुजारी ने अपना नाम रक्षाबेन गोस्वामी बताया है॰ जिसके बाद पूछे जाने पर कि आप एक महिला पुजारी हैं और आम तौर पर पुरुष ही मंदिरों में पुजारी होते हैं॰
इस सबाल का जबाव देते हुए उन्होने कहा कि भगवान शिव ने इस संसार को बनाया है॰ तो फिर क्या कोई महिला उन्हें छूकर उनकी पूजा अर्चना नहीं कर सकती॰ आगे उन्होने कहा कि हर इंसान एक औरत की कोख से ही जन्म लेता है॰ हर सफल आदमी के पीछे एक औरत का हाथ होता है, फिर चाहे वो माँ हो, पत्नी हो, बहन हो॰ बेटी हो
इस मंदिर की पिछली 4 पीड़ियों से महिला पुजारी ही देख-रेख करती चली आ रहीं हैं, महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं॰ महिला पुजारी ने बताया कि उनसे पहले उनकी सास इस मंदिर में काम कर चुकीं हैं, उनके ससुर का देहांत हो चुका है और इस मंदिर की नीव एक विधवा ने ही राखी थी॰
उन्होने बताया कि मैं हर रोज सुवह पाँच बजे उठ जाती हूँ, नहाने के बाद मैं मंदिर आती हूँ और पुजा करने के बाद ही मैं नास्ता करती हूँ॰ उसके बाद मैं अपने पोते और पोती के लिए टिफिन तैयार करती हूँ॰ दोपहर 12 बजे मैं पूरे मंदिर की सफाई करती हूँ॰ उन्होने बताया कि उनके पति और बेटे की मौत दिल का दौरा पडने से हुई थी और यहाँ वह इस मंदिर में अपनी बहू और उसके दो बच्चों के साथ रह रही हूँ॰
आस-पास की महिलाओं से जब उनके बारे में पूछा गया तो वह कहती हैं कि वो जब भी रक्षाबेन को पुजा करते हुए देखती हैं, तो उन्हें बहुत अच्छा लगता है॰ यह मंदिर गुजरात के सूरत शहर के कटार ग्राम में स्थित है, जो सोमनाथ कामनाथ महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है॰