रजा ग्राफी न्यूज:- मोदी सरकार आते ही भारत कर्ज के तले दबता ही जा रहा है, पीएम मोदी से पहले देश के 14 प्रधानमंत्रियों ने सिर्फ 4 साल में कुल 55 लाख करोड रुपए कर्ज लिया था. लेकिन पीएम मोदी ने इन सभी का रिकॉर्ड तोड़ते हुए सिर्फ 9 साल में ही इसे 3 गुना कर दिया.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि साल 2014 में भारत सरकार पर कुल कर्ज 55 लाख करोड़ रुपए था, जो अब पीएम मोदी के 9 साल के शासन काल के बाद बढ़कर 155 लाख करोड़ रुपए हो गया है. विगत 10 जून 2023 को इस बात का खुलासा कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने किया.
जिसके बाद से न्यूज़ चैनलों और देश के बड़े-बड़े नेताओं के बीच भारत सरकार के कर्ज को लेकर चर्चाएं तेज होने लगी. न्यूज़ एजेंसी भास्कर ने भी इसकी पड़ताल की, तो पाया…
भारत सरकार पर कुल कितना कर्ज
वर्तमान समय में भारत पर कितना कर्ज है. इसकी जानकारी केंद्रीय सरकार ने बजट की अधिकारी वेबसाइट पर जानकारी दी है. केंद्र सरकार के मुताबिक 31 मार्च 2023 तक कर्ज भारत सरकार पर कुल 155 लाख करोड़ रुपए का कर्ज था.
साल 2014 में भारत सरकार पर कितना कर्ज था
साल 2014 के चुनाव में बीजेपी को बहुमत मिलने के बाद केंद्र में सरकार बनाई थी. उस समय भारत सरकार पर कुल 55 लाख करोड़ रुपए का कर्ज था॰
जानिए मोदी सरकार में हर आदमी पर 9 साल में कितना बढ़ा कर्ज?
वित्तीय वर्ष 2014-15 के मुताबिक भारत सरकार पर कुल कर्ज 55 लाख करोड़ रुपए था. साल 2014 में देश की कुल जनसंख्या 130 करोड़ मान ली जाए, तो उस समय हर भारतीय पर औसतन करीब 42000 रुपए का कर्ज था. अब साल 2023 में भारत सरकार पर कुल कर्ज बढ़कर 155 लाख करोड रुपए हो चुका है. देश की कुल आबादी 140 करोड मान ली जाए, तो आज के समय में प्रत्येक भारतीय पर एक लाख से भी ज्यादा कर्ज भारत सरकार पर है॰