जांच कमेटी के गठन पर भड़का अमेरिका, कहा इज़राइल जो कर रहा करने दें
रजा ग्राफी न्यूज:- सारी दुनिया जानती है कि इजराइल कोई देश नहीं है, इजराइल ने फिलिस्तीन की जमीन पर कब्जा किया और अपनी आबादी तेजी से बढ़ाई और अब यह आबादी इतनी बढ़ गई है कि उसको जमीन की कमी होने लगी है॰ ठीक इसी तरह की रिपोर्ट यूएन ने भी दी है॰
यूएन ने कंफर्म किया है कि गोलान हाईट्स का इलाका जो सीरिया का है, इंटरनेशनल लॉ के मुताबिक उस पर जबरदस्ती कब्जा इजराइल ने किया हुआ है, अब गोलान हाइट्स में सीरिया के लोगों की आबादी है, वह कम हो गई है वहां पर अब यहूदी यानी इजराइलियों की संख्या ज्यादा हैं॰
क्योंकि इजराइल की पॉलिसी ही वही है कि वहां जितने लोग रहेंगे, जितने ज्यादा लोग रहेंगे, वहां पर उसका कब्ज़ा बढ़ेगा और कोई भी वहां से उसे आसानी से हटा नहीं सकता॰ इजराइल जब फिलिस्तीनियों के मकानों को तोड़ने का ऐलान करता है॰ तब अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, यूएन नाराज होते हैं कि यह मत करो गलत है, नाराजगी दिखाते हैं, लेकिन अब एक खबर ऐसी निकल कर सामने आ रही है॰
जिससे यह साबित होने लगा है कि यह सब नौटंकी की जाती है, यूएन ने एक जांच कमेटी बनाने का फैसला किया॰ जिसके तहत इजराइल की तमाम पॉलिसी की जांच की जानी थी और जैसे यहूदी फिलिस्तीनियों पर हमला कर उन पर जुल्म कर रहे हैं, उसकी भी जांच की जाएगी॰
बस इसके बाद तुरंत अमेरिका लीडर बनकर सामने आया और उसके पीछे करीब 26-27 देश और आये॰ यूएन में अमेरिका ने और उन 26-27 देशों ने मांग उठाई कि आप यानी यूएन इजराइल का पीछा छोड़ दें॰ जो वह कर रहा है उसे करने दें॰ यूएन के अंदर अमेरिका और 26-27 देशों ने जो नंग पना दिखाया है॰ इसके बाद अगर कोई मुस्लिम मुल्क इजराइल के साथ हाथ मिला रहा है, तो ऐसी मुस्लिम सरकारों पर अल्लाह की लानत है॰