रजा ग्राफी न्यूज:- लोगों के मन में अब यह सवाल उठाने लगा है कि जिस देश का प्रधानमंत्री रूस और यूक्रेन की जंग एक कॉल पर रुकवा दे, क्या वह अपने देश के 1 स्टेट के दंगे को नहीं रुकवा सकता. मणिपुर में एक लंबा समय बीत चुका है, इन सब के बावजूद दंगे अभी रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं.
इस पर देश का मीडिया यानी के गोदी मीडिया चुप बैठा हुआ है, यहां पर गोदी मीडिया इसलिए खामोश है, क्योंकि यहां पर हिंदू-मुस्लिम का कोई भी एंगल नहीं है॰ यदि हिंदू-मुस्लिम का मणिपुर में एंगल होता, तो गोदी मीडिया के पत्रकार सुधीर चौधरी तो टीवी फाड़ कर बाहर निकल आते है, वहीं अंजना ओम कश्यप चीख-चीख कर अपना गला फाड़ लेती॰
इस दंगे के शुरुआत में हिंदू-मुस्लिम का एंगल दिखाने की कोशिश की गई, लेकिन इसमें गोदी मीडिया और भाजपाई कामयाब ना रहे॰ मणिपुर में दो समुदाय एक मैतेई जो हिंदू समुदाय से जुड़ा हुआ है और एक कुकी कम्युनिटी वो ईसाईयों से जुड़ी हुई है॰ यहाँ पर आप ऐसे समझिए कि जो कुकी हैं वो ईसाई हैं और जो मैतेई हैं वो हिंदू हैं॰ मणिपुर में इन दोनों के बीच अभी भी जंग चल रही है.
लेकिन अब हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि वहाँ पर बमों का भी इस्तेमाल किया जाने लगा है, जो मैतेई जो हिंदू समाज से जुड़े हुए हैं॰ वह घातक बमों का इस्तेमाल कर रहे हैं यानी बताया तो यह भी जा रहा है कि वो तोप और रोकेट्स का भी इस्तेमाल कर रहे हैं॰ इसमें सबसे बड़ी बात तो यह है कि देश के प्रधानमंत्री होने के बावजूद भी मोदी ने अभी तक मणिपुर में शांति के लिए दो शब्द तक नहीं कहे॰
बताया जा रहा है कि मणिपुर के जगन्नाथ मंदिर में बमबारी व तोड़फोड़ की गई है, इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि मणिपुर में जो जगन्नाथ मंदिर पर हमला हुआ है॰ उसे तोड़ा गया है, इस पर अभी तक कोई भी हिंदू संगठन आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल किसी ने भी अभी तक इसका विरोध नहीं किया और ना ही कोई अभी तक टिप्पणी की है॰
जगन्नाथ मंदिर टूटने से पूर्व ईसाई धर्म के लोगों के पूरे के पूरे गांव जला दिये गये॰ इसमें सबसे बड़ी बात यह भी है कि ऐसी हिंसक झड़पें हमारे मुल्क के दो समुदायों में हो रही है और हमारे देश के प्रधानमंत्री विदेशों में वाहवाही लूटने जा रहे हैं॰