रजा ग्राफी न्यूज:- वहीं भारत-रूस की वजह से एक जगह बुरी तरह से फंसा हुआ है॰ जी-7 देशों ने पाबंदी लगाई है कि $60 पर बैरल से ऊपर रूस से कोई तेल नहीं ले सकता॰ लेकिन भारत उससे अच्छा दाम देकर तेल खरीदना चाहता है, लेकिन जी-7 देशों की पाबंदी की वजह से भारत डॉलर में पेमेंट नहीं कर सकता॰
अब यहाँ बडे ही ध्यान से समझिएगा क्योंकि भारत बहुत बुरी तरह से फंसा हुआ है, तो भारत यह चाह रहा है कि चलो हम अब इंडियन करेंसी में पेमेंट कर देंगे, लेकिन यहाँ पर मामला और फंस गया क्योंकि रूस इंडियन करेंसी में पेमेंट लेने को तैयार नहीं है॰ इसके बाद भारत ने कहा कि कोई और करेंसी ले लो हमसे, जिसके बाद रसिया ने ऑफर दिया कि आप चीन की करेंसी युआन में पेमेंट कीजिए॰
अब यहाँ पर भारत की टेंशन और बढ़ गई है, क्योंकि चाइना और भारत के बीच तनातनी चल रही है और ऐसे में भारत बिलकुल नहीं चाहेगा कि वह चाइना को प्रमोट करे॰ अब यहाँ देखने वाली बात यह है कि भारत अपना रुपया दे रहा है, तो रसिया उसे ले नहीं रहा है॰
भारत चीन की करेंसी रूस को दे नहीं सकता, क्योंकि भारत और चीन के मध्य काफी लंबा सीमा विवाद चल रहा है॰ जिसकी वजह से भारत-चीन को प्रमोट नहीं करना चाहता॰ तो ऐसे में भारत और रसिया के बीच जो ट्रेड चल रहा था, फिलहाल वह बुरी तरह से फंस चुका है यानी सीधे शब्दों में कहें तो रुक चुका है॰