रजा ग्राफी न्यूज:- देश में जब से मोदी सरकार आई है तब से भारत का सर लगातार झुकता जा रहा है. भाजपाइयों की हरकतों की वजह से हमारे देश की गरिमा इतनी कमजोर हो रही है कि ऐरे गैरे देश भी अब भारत को लाल रंग दिखा रहे हैं, भूटान भारत का गरीबी देश था. जो भारत को बहुत मानता था. भूटान के अलग-अलग हिस्सों में चीनी कब्जा किया था.
भूटान इस मुद्दे को लेकर भारत के साथ चीन से बात करना चाहता था. लेकिन बीच में न जाने क्या हुआ, भूटान ने कहा कि हम भारत के बिना चीन से बात करने के लिए तैयार हैं. जिस पर मोदी सरकार ने आपत्ति जताई है कि आप हमारे साथ मिलकर चीन से बात कीजिएगा. यह तीन देशों का मामला है.
जिस पर चीन ने भारत को जवाब देते हुए कहा कि यह तीन देशों का नहीं बल्कि दो देशों का मामला है. इसके बाद भूटान ने भी जवाब देते हुए कहा कि यह तीन देशों का नहीं बल्कि दो देशों भूटान और चीन का मामला है. जिसकी ताजा रिपोर्ट अब निकल कर सामने आई है.
आपकी जानकारी के लिए बताने की भूटान ने पहली बार भारत के बिना पहली बैठक चीन के साथ कर ली है. चीन ने भी भारत के खिलाफ एक बड़ा पॉलिटिकल स्ट्राइक मारते हुए भूटान से हर तरह से बातचीत करके भूटान को राजी कर लिया है कि हम दोनों मिलकर जो बॉर्डर पर जो दोनों देशो के बीच तनाव है.
उसको सिर्फ हम दोनों देश बैठकर हल करेंगे. यह भारत के लिए बड़ा झटका है क्योंकि भूटान ने भारत के बिना चीन से अब बात भी कर ली है और भूटान, चीन की यह बातचीत कामयाब भी रही. लेकिन यह बात और बेइज्जती मोदी जी के अंधभक्तो और गोबर खाने वालों के समझ में नहीं आएगी.