
रजा ग्राफी न्यूज:- पूरी दुनिया में एक अमेरिका ही मात्र ऐसा देश है, जो चाहे जिस देश पर हमला करे, चाहे जिस देश को हथियार दे यानी अमेरिका चाहे जो भी करे सब ठीक है, लेकिन अगर वही काम कोई दूसरा करता है, तो गलत हो जाता है, तब जब अमेरिका की उसमें मर्जी नहीं होती है.

जिस देश पर चाहे पाबंदी लगा दे जिस देश की सेना और नेता को चाहे आतंकी घोषित कर दे उसका वारंट जारी करा दे उसके लिए सही गलत शब्द के लिए कोई माने नहीं रखते. सही गलत, जायज नायज वाले सारे अंतर्राष्ट्रीय नियम अमेरिका को छोड़कर सभी देशों के लिए हैं.
अमेरिका अपने स्थान पर सही है फिर चाहे वो सही कर रहा हो या गलत, अमेरिका रूस को तोड़ने के लिए यूक्रेन को हथियार दे रहा है, पैसा दे रहा है यहाँ तक की नाटो संगठन ही इसलिए कर दिया ताकि वो रसिया को कंट्रोल कर सके, इसके अलावा सारी दुनिया जानती है कि इजराइल फिलिस्तीनियों का नरसंहार कर रहा है.
यह बात अमेरिका भी मानता है, कहता भी है, लेकिन फिर भी फिलिस्तीनियों के कत्लेआम के लिए इजराइल को अमेरिका बड़े बडा हथियार देता है पैसा देता है. खुद की नज़रों में अमेरिका यह भी गलत नहीं कर रहा है. तब जब सारी दुनिया उस पर थूक रही है, फिलिस्तिनियो के नरसंहार का जिम्मेदार मान रही है.
बीबीसी से बातचीत के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री से महिला पत्रकार ने पूछा कि आप चीन पर रुस को हथियार बेचने और रूस-यूक्रेन युद्ध को लंबा खींचने का आरोप लगाते हैं, जबकि यही काम आप इजराइल को हथियार देकर हमास-इजराइल के बीच चल रही जंग को लंबा खींच रहे हैं. तब जब इजराइल हजारों की तादाद में फिलिस्तीनियों का क़त्ल कर चुका है, महिला पत्रकार ने अमेरिकी विदेश मंत्री से पूछा कि क्या आप यह सब करके हजारों फिलिस्तीनियों की मौत कारण नहीं बन रहे हैं?