हैदरी हाल, दिल्ली में जमकर हो रही अज़ादारी
अय्याम-ए-अज़ा हैं, कर्बला के शहीदों का मातम व अज़ादारी पूरी दुनिया में हो रही है, भारत की राजधानी दिल्ली के ब्रह्मपुरी में मौजूद हैदरी हाल में भी ज़ोरदार अज़ादारी हो रही है, अशरा-ए-मजालिस का सिलसिला जारी है, अंजुमन हैदरी रेजिस्टर्ड सांखनी ब्रांच दिल्ली का पुराना इतिहास रहा है, दिल्ली के हैदरी हाल में यही अंजुमन हैदरी के ज़ेरे एहतिमाम पूरा साल काम-काज चलता है
दिलचस्प बात ये है मुहर्रम में सैकड़ों मजालिस और दर्जनों अशरा होता है मगर ये जो तस्वीर में नौजवान हैं जब ये छोटे-छोटे बच्चे थे तब इन्होने गली-मुहल्ले के बच्चों ने चंदा कर के अशरा शुरू किया, शुरू में लगा बच्चें हैं अगले साल नहीं कर पाएंगे
मगर देखते ही देखते अंजुमन हैदरी से एक अंजुमन अत्फाल-ए-हैदरी कब बन गई पता नहीं चला, उन बच्चों ने ऐसा काम कर दिखाया जो कोई सोच नहीं सकता था,
आज वो बच्चे बड़े हो गए और उनके भी बच्चे हो गए कर्बला वाले शहीदों के सदक़े आज इन नौजवानों के हाथों में सारे जुलुस व मजालिस की ज़िम्मेदारियाँ हैं जो ये सब बखूबी निभा रहे हैं !
अंजुमन हैदरी के जनरल सेक्रेटरी श्री शमशुल हसन साहब का कहना है ये बच्चे हैदरी हॉल (हैदरी मस्जिद) जी जान हैं इन्ही से हम सबको हिम्मत मिलती हैं, सब के सब एक आवाज़ पर खड़े होते हैं हैदरी हॉल के पेश इमाम जनाब मौलाना शेख मुहम्मद अस्करी साहब ने कहा की सालों से यहाँ अज़ादारी होती रही है मगर इन नौजवानों को देखकर यकीन हैं की नस्ल-दर नस्ल
ये अज़ादारी होती रहेगी, जिस तरह से कल के उन छोटे बच्चों ने आज जवान होने तक अज़ादारी सभाली इसी तरह से उन नौजवानों ने अपने छोटे छोटे बच्चों को आगे के लिए तैयार कर दिया है!
हैदरी हाल में हो रही मजलिस यूट्यूब और सोशल मीडया पर हो रही लाइव टेलीकास्ट