भारत के विरोध के बावजूद, चीन ने अरुणाचल प्रदेश की इन 11 जगहों के बदले नाम
भारत की नाराजगी और कड़े विरोध का चीन पर कोई असर नहीं दिख रहा है, चीन ने एक बार फिर भारत के राज्य अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताया है, चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओनिंग ने जेंगनेन (अरुणाचल प्रदेश) को चीन का हिस्सा बताया है, इसके अलावा उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के 11 जगहों के बदले गए नामों की जानकारी दी.
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंगदम बागची ने मंगलवार को चीन की नाम बदलने वाली राजनीति पर पलटवार करते हुए कहा कि चीन ने ऐसा पहली बार नहीं किया, चीन इससे पहले साल 2021 में भारत के राज्य अरुणाचल प्रदेश के 15 जगहों के नाम बदल चुका है. चीन की नाम बदलने वाली राजनीति अब पुरानी हो चुकी है, जिसे हम सिरे से खारिज करते हैं, अरुणाचल प्रदेश भारत का आंतरिक हिस्सा था, है और रहेगा| चीन द्वारा इस तरह नाम बदलने से हकीकत नहीं बदलेगी|
अमेरिका ने भी चीन के इस कदम की निंदा करते हुए नाम बदलने वाली राजनीति का कड़ा विरोध किया, व्हाइट हाउस के प्रेस सेक्रेटरी करीन जीन पियरे ने कहा कि अमेरिका ने उस भारतीय क्षेत्र को लंबे समय से मानता दी हुई है, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम जगह का नाम बदलकर क्षेत्र पर दावा करने की चीन की इस एकतरफा कोशिश का कड़ा विरोध करते हैं|
वहीं कांग्रेसी नेता जयराम रमेश ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश की जगहों का नाम बदलने का उन्हें जिम्मेदार ठहराया है, उन्होंने कहा कि साल 2020 में मोदी सरकार ने चीन को क्लीन चिट दी थी, जिसका खामियाजा आज भी हमें भुगतना पड़ रहा है.