रजा ग्राफी न्यूज:- तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने कहा कि दुर्भाग्य से गाजा में संघर्ष विराम को लेकर एक प्रस्ताव पेश किया गया. जिसका बढ़ चढ़कर देशों ने इसका समर्थन किया.
लेकिन यहाँ पर अमेरिका ने अपना गन्दा चेहरा दुनिया को दिखाते हुए इस प्रस्ताव के खिलाफ अपने वीटो पॉवर का इस्तेमाल किया और उसे ख़ारिज कर दिया. सिर्फ अमेरिका की वजह से गाजा में युद्ध विराम का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र में असफल रहा है. क्योंकि अमेरिका भी चाहता है कि गाजा के लोगों का इजराइल और क़त्ल करे.
इसके अलावा इन सब पर इतना कुछ हो जाने के बावजूद कोई भी अरब मुल्क खुलकर इजराइल के खिलाफ खड़ा नहीं हुआ. ऐसी स्थिति में भी अरब मुल्क एक ना हुए तो कब होंगे. गाजा में इजराइल के नरसंहार को देखकर यह सच साबित हो गया है कि दुनिया में मुस्लिम मुल्कों की संख्या 57 है, वो सिर्फ गिनती के लिए ही है. उनकी यूनिटी की ताकत भी खोखली है.