रजा ग्राफी न्यूज:- बांग्लादेश के लोग विशेष कर युवा, ना तो मानसिक गुलाम हैं और ना ही वे समाज में उत्पीड़न की किसी भी व्यवस्था को स्वीकार करते हैं उन्होंने इसे इतिहास में बार-बार साबित किया है और आज एक बार फिर इस पर मोहर लगाई है.
यह बात जाहिदुल इस्लाम महासचिव इस्लामिक छात्रों शबर बांग्लादेश ने कही है.