जम्मू कश्मीर प्रशासन ने 14 साल पुराने रेप केस में दो डॉक्टरों को किया बर्खास्त
रजा ग्राफी न्यूज:- जम्मू कश्मीर प्रशासन ने 14 साल पुराने शोपियां रेप केस में झूठी रिपोर्ट बनाने वाले दो डाक्टरों को बर्खास्त कर दिया गया है. इन दोनों डॉक्टरों ने पाकिस्तान के दबाव में आकार पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हेराफेरी की थी॰ इसके पीछे पाकिस्तान का मकसद सिर्फ यह था कि घाटी में हिंसा भड़का कर सेना को टारगेट किया जाये॰
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 30 मई 2009 को जम्मू-कश्मीर के शोपियां में दो महिलाओं आसिया और नीलोफर के शव नदी के किनारे पाये गये थे. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों महिलाओं के साथ रेप होने का दावा किया गया था और इस रेप का आरोप सेना के जवानों पर लगाया गया. जिसके बाद उस समय इस रिपोर्ट के चलते कश्मीर में हिंसा भड़की थी, जिससे करीब 42 दिन तक घाटी बंद रही थी.
जिसके बाद इस पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी, सीबीआई ने 14 दिसंबर 2009 को जम्मू-कश्मीर के हाईकोर्ट में चार्जशीट पेश की थी॰ सीबीआई की चार्जशीट से खुलासा हुआ कि इसमें डॉक्टर बिलाल अहमद और डॉक्टर निगहत शाहीन चिल्लू के साथ ही 13 अन्य लोगों पर सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया था॰ वहीं सेना पर लगाये गये सभी आरोप झूठे निकले. उस वक्त जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला की सरकार थी.