काजखस्तान के राष्ट्रपति क़ासिम जोमार्ट तोकायेव ने चीनी मीडिया को दिए गए एक इंटरव्यू के दौरान ताइवान के बारे में विस्तार पूर्वक बात की. इस दौरान उन्होंने खुलकर चीन का समर्थन किया और चीन के पक्ष में बोले.
क्षेत्रफल की दृष्टि से कजाखस्तान दुनिया का नौवा सबसे बड़ा देश है, ऐसे में क़ज़ाखस्तान के राष्ट्रपति का एक देश के बारे में खुलकर समर्थन करना, जिसके विरोधी देश को संयुक्त राज्य अमेरिका का पूरा समर्थन है यह एक बड़ी बात है.
कज़ाख राष्ट्रपति ने कहा कि हम मानते हैं कि यह एक ऐसा मुद्दा है, जो दुनिया में हर किसी के लिए बिल्कुल स्पष्ट होना चाहिए। दो चीन नहीं होने चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने ताइवान को चीन का हिस्सा बताया है। कजाकिस्तान के राष्ट्रपति के इस बयान से अमेरिका सहित ताइवान के समर्थक देशों को मिर्ची जरूर लगी होगी.
क़ज़ाखस्तान के राष्ट्रपति के इस बयान के बाद दुनिया भर से इस पर प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो चुकीं हैं, कुछ ने ताइवान को चीन का हिस्सा माना तो कुछ ने इसे गलत बताते हुए कहा कि इस तरह से तो अमेरिका इंग्लैंड का हिस्सा होगा. तो कुछ ने क़ज़ाखस्तान को ही रसिया का हिस्सा बता डाला.