रजा ग्राफी न्यूज:- आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आर्मेनिया का ईरान साथ क्यों दे रहा है. देश और दुनिया भर के लोगों के मन में यही सवाल है कि आखिरकार ईरान और आर्मेनिया का साथ क्यों दे रहा है. आर्मेनिया का बॉर्डर ईरान के साथ मिलता है और ईरान अपना खास सामान जो यूरोप में एक्सपोर्ट करता है, वो आर्मेनिया के रास्ते से करता है.
आर्मेनिया के रास्ते का इस्तेमाल करके ईरान अपने साजो-समाज को यूरोप तक बेचता है. अब आर्मेनिया ईरान के किसी भी सामान को, किसी भी ट्रक को रास्ते में रोकता नहीं है. किसी भी रास्ते से ईरान बड़ी ही आसानी से यूरोप में अपना सामान बेचता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आर्मेनिया में एक खास इलाका है.
जिस पर अज़रबैजान कब्जा करना चाहता है. वो खास इलाका जंगेजुर नाम का है. इस इलाके में एक अहम रास्ता है. जिसका नाम भी जंगेजुर कॉरिडोर है. इस इलाके में पूरी तरह से यदि अज़रबैजान का कब्जा हो गया, तो यूरोप में ईरान जो अपना सामान एक्सपोर्ट करता है. वह पूरी तरह से बंद हो जाएगा यानी यूरोप के अंदर ईरान की पांच पूरी तरीके से खत्म हो जाएगी.
अगर अज़रबैजान ने आर्मेनिया के इस इलाके पर कब्जा कर लिया, तो आप समझिए कि ईरान का आर्मेनिया से संपर्क ख़त्म हो जाएगा और ईरान यूरोप में अपने साजो-सामान को बेंच नहीं पाएगा. जिससे ईरान का बड़ा नुकसान हो सकता है. इसी वजह से ईरान भारी भरकम हथियार आर्मेनिया को बेच रहा है और बेच चुका है. उसको मजबूत कर चुका है.
बस इसी वजह से ईरान आर्मेनिया का साथ दे रहा है. जिसके चलते अज़रबैजान का साथ देते हुए अब तुर्की ने भी ईरान को धमकी दे दी है. हालांकि अज़रबैजान और ईरान के रिश्ते पहले से ही खराब हैं, लेकिन जिस वक्त तुर्की ने ईरान को धमकी दी, उस वक्त ईरान की एक सीनियर डेलिगेशन अज़रबैजान में ही मौजूद थी. यानी अज़रबैजान में ईरान है और अजरबैजान के समर्थन में तुर्की ईरान को धमकी दे रहा है.