रजा ग्राफी रिपोर्ट :- रूस-यूक्रेन की जंग के बीच सबसे टकराव वाला इलाका इस समय खैरसन है, जहां जंग के मैदान में खुद पुतिन उतर गए हैं, आपको बता दें कि खैरसन यूक्रेन का वो इलाका है जहां पर रूस और यूक्रेन के मध्य घमासान युद्ध चल रहा है, पुतिन के इस इलाके में जाने से यह बात तो पक्की हो चुकी है कि अब खेरसॉन के इलाके में रूस की पकड़ मजबूर है, क्योंकि अगर खेरसॉन पर रूस का कंट्रोल मजबूत ना होता तो पुतिन वहाँ नहीं जाते॰
खेरसॉन के इलाके में घूमते हुए पुतिन की चाल-ढाल, स्वैग और बॉडी लैड्ग्वेज को देखकर ही आप इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि वो वहाँ कितने सुरक्षित हैं॰ पुतिन के इस कदम को रूस की जीत बताया जा रहा है, अभी कुछ दिन पहले ही रूस के बैगनर ग्रुप ने ऐलान किया था कि पुतिन से हम गुजारिस करते हैं कि वो जीत का ऐलान कर दें॰ क्योंकि कई इलाकों पर हमने कब्जा कर लिया है॰
बैगनर ग्रुप के इस ऐलान के बाद पुतिन सीधा मैदाने जंग में फ्रंट लाइन पर पहुँच गए हैं, जहां उन्होने मिलिट्री बेस हाईकमान के अफसरों से बातचीत की है, यूक्रेन की बची कुची नाक भी अब कट चुकी है, अब अपनी इज्जत बचाने के लिए खेरसॉन का इलाका सबसे आगे का इलाका है और उसके बेहद करीब जो अगला इलाका है, जहां यूक्रेन फ्रंट लाइन पर मौजूद है वो है ऐदीपिका का इलाका, जेलेंसकी खुद वहाँ पहुँच गए हैं॰ उन्होने वीडियो भी जारी किया है,
इसमे सबसे अहम बात यह है कि दोनों देशों के राष्ट्रपति बेहद करीब हैं, जिनके बीच की दूरी कुछ ही किलो मीटर की है, इसमे सबसे मजे वाली बात यह है कि दोनों देशों के राष्ट्रपति मैदाने जंग में खुद आमने सामने आ गए हैं॰ इसमे रसिया के लिए तारीफ वाली बात यह है कि वो यूक्रेन के अंदर घुसा हुआ है॰ वहीं डोनेस्क के इलाके में जो लोग अस्पतालों में भर्ती हैं, उनसे मिलने जेलेंसकी खुद पहुंच और उनका हाल जाना॰