
रजा ग्राफी न्यूज:- ऐसा लग रहा है कि भाजपा के केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यों से नाखुश हैं या फिर कहे तो दोनों के बीच कुछ अंदरूनी तकरार चल रही है. पिछले कुछ दिनों में नितिन गडकरी ने टीवी चैनलों पर जो बयान दिए हैं. उनसे यह साफ़ जाहिर हो रहा है कि केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के सुर बगाबती हैं, कुछ ऐसे ही बगाबती सुर सुब्रमण्यम स्वामी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भी देखने को मिले.

इनसे ऐसा लगता है कि भाजपा दो गुटों में बटी हुई है. एक गुट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह आदि हैं तो वहीँ दूसरे गुट में नितिन गडकरी, राजनाथ सिंह और सुब्रमण्यम स्वामी आदि हो सकते हैं, लेकिन इस दूसरे गुट जो नितिन गडकरी, सुब्रमण्यम स्वामी आदि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का है इस गुट ने कभी भी भाजपा को बुरा भला नहीं कहा है, उन्होंने सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और उनके दोस्तों का विरोध किया है, पार्टी का कभी नहीं किया और शायद यही वजह है कि वो अभी तक भाजपा में बने हुए हैं.
उनको भाजपा पार्टी से निकाला नहीं गया है, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के इस बयान के बाद भाजपा पार्टी उन पर एक्शन ले सकती है. केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बड़े ही साफ सुथरे लफ्जों में मोदी सरकारी की नाकामी को उजागर किया है. अपने बयान में उन्होंने कहा कि आज गांव के गरीब, मजदूर, किसान दुखी हैं, इसका कारण यह है कि जल, जमीन, जंगल और जानवर और एग्रीकल्चर, ट्राइबल ये जो इकॉनोमी है यहां अच्छे रोड नहीं है, पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं है, इलाज के लिए अच्छे अस्पताल नहीं हैं, अच्छी शिक्षा के लिए स्कूल नहीं हैं. किसानों की फसल को सही भाव नहीं मिल पा रहा है, इसी वजह से आज गांव के गरीब, मजदूर, किसान दुखी हैं.