रजा ग्राफी न्यूज:- जो शख्स सरकार का करीबी होता है, कितना घमंडी और कितना घटिया होता है॰ जज को जज नहीं समझता, न्यायपालिका को न्यायपालिका नहीं समझता॰ ऐसे ही शख्स धीरेन्द्र शास्त्री को कौन नहीं जानता॰ यह वही फर्जी बाबा है जिसके पर्चे में सबके सारे राज खोल तो देता है॰
लेकिन इनके पास भारत की जीडीपी का राज नहीं होगा, भारत गड्ढे में क्यों जा रहा है उसका पर्चा इनके पास नहीं होगा॰ बागेश्वर धाम वाला बाबा आदिवासियों की जमीन हड़पना चाहता था॰ जिसके लिए उसने कोर्ट में एक पिटिशन भी दाखिल की कानूनी तरीके से.
क्योंकि मोदी जी और उनके समर्थकों का उसूल है कि देश के संविधान को अपने हिसाब से इस्तेमाल करो, तो अपना वकील इस धर्मेंद्र शास्त्री ने मध्य प्रदेश की हाईकोर्ट में भेजा॰ जो इनका वकील धीरेंद्र शास्त्री का गया था, वहां पर हाईकोर्ट के जज सामने पेश हुआ॰
जज के सामने उसके तेवर तो भाई साहब जज से भी ज्यादा खतरनाक, जज तो फिर भी नरमी से बात कर रहा था, लेकिन धीरेंद्र शास्त्री के अंदर भाजपा का समर्थन और मैं शास्त्री का वकील हूं॰ इस का घमंड उसके सिर चढ़कर बोल रहा था॰ वो वकील जज साहब से ऐसे वार्ता कर रहा था॰ मानो उनकी कोई वैल्यू ना हो॰
जिसके बाद गुस्सा हुए जज ने धीरेंद्र शास्त्री के वकील की एक के बाद एक जमकर लताड़ लगाई॰ जज ने धीरेंद्र शास्त्री के वकील को सबके सामने ऐसा नंगा क्या कि वो अपनी सारी जिंदगी भर उसे नहीं भूल पाएगा॰ आदिवासियों की जमीन हड़पने वाला बाबा आखिर कैसे किसी का भला कर सकता है॰ यह बात आप अपने मन से खुद भी सोंच सकते हैं॰