तुर्की बना रहा है दुनिया का सबसे खतरनाक और ताकतवर ड्रोन, जिसकी टेस्टिंग मात्र से हिली दुनिया
रजा ग्राफी न्यूज:- अब तक मैंने आपको ऐसे ड्रोन से हथियारों के बारे में बताया है, जो इस समय काम कर रहे हैं और काफी एक्टिव हैं. आज मैं आपको तुर्की के एक ऐसे ड्रोन के बारे में बताने वाला हूं, जो अभी बन रहा है, जिस पर अभी काम चल रहा है, जो 2025 तक बनकर तैयार हो जाएगा॰ साल 2025 में तैयार होने के बाद दावा किया जा रहा है कि दुनिया इसकी खूबियों को देखती रह जाएगी.
जानिए कौन-सी ऐसी ताकत है, कौन-सा ऐसा ड्रोन है तुर्की का जो तुर्की का भविष्य साबित करने वाला है॰ तुर्की के उस ड्रोन का नाम वैरेक्टर कीजिलेल्मा है॰ तुर्की का यह ड्रोन एक ऐसा ड्रोन है, जिसको असल में फाइटर जेट की तरह आने वाले समय में तुर्की इस्तेमाल करेगा॰ लड़ाई के लिए हमले के लिए दुश्मनों पर नजर के लिए इसका इस्तेमाल करेगा॰
पहली बार इसे 14 दिसंबर 2022 को टेस्ट किया गया और यह जो तुर्की की कंपनी यह ड्रोन बना रही है॰ इस कंपनी के सीईओ का नाम सेल्कुक बैरेक्टर है॰ जिनका यह 12 साल पुराना ख्वाव था और उन्होंने कहा था कि मैं एक ऐसा बेहतरीन ड्रोन अपने देश को बना कर दूं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि साल 2013 से इन्होंने इस ड्रोन को बनाना शुरू कर दिया था॰
जुलाई 2021 में पहली बार इसकी तस्वीर डिजाइन होकर दुनिया में आई. अब तुर्की के इस खतरनाक ड्रोन के बारे में जान लीजिये, जिसके 2025 तक तैयार होने की संभावना है॰ कहा जा रहा है कि 2025 में तुर्की इस ड्रोन को दुनिया के सामने लेकर आएगा और आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह ड्रोन तुर्की के पास सिर्फ दो हैं वो भी अभी टेस्टिंग में चल रहे हैं॰
ये जो दो ड्रोन हैं उनका नाम है वैरेक्टर कीजिलेल्मा यह सिंगल इंजन के हैं, इनके अंदर एक-एक इंजन होता है, डबल इंजन नहीं होता है॰ इस ड्रोन की ताकत को देखते हुए अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन इन तमाम देशों की नजर पहले से तुर्की के इस ड्रोन पर है॰ क्योंकि इस ड्रोन की ताकत दुनिया को दिखाने के बाद अब दुनिया समझ गई है कि तुर्की कुछ खतरनाक बना रहा है॰
अब इस ड्रोन की ताकत आप समझ लीजिए 900 किमी इस ड्रोन की रेंज है यानी 900 किमी दूर तक जाकर यह ड्रोन बड़ी ही आसानी से भौकाल वाला हमला कर वापस आ सकता है॰ वो भी बिना रडार में फंसे हुए॰ तुर्की के इस ड्रोन की बहुत अधिक है, इतनी है कि सुनकर आप भी ही जाएंगे
आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि इसकी स्पीड 1000 किमी प्रति घंटा की स्पीड से ये ड्रोन उड़ता है, फिलहाल यह ड्रोन टेस्टिंग मोड पर है॰ इस वजह से उसके उड़ने की जो टाइमिंग है वो 5-6 घंटे है, लेकिन ये सब 6-32 घंटे तक बढ़ा दिया जाएगा, इसकी रेंज को 2025 तक और बढ़ाया दिया जाएगा॰
इसकी मारक क्षमता को भी बढ़ाया जाएगा॰ ये अभी सिर्फ टेस्टिंग मोड पर है यह एयरक्राफ्ट कैरियर से भी उड़ान भर सकता है इसका वजन जब यह उड़ता है तो उसका वजन 8500 किलो ग्राम हथियारों समेत होगा है॰ इस ड्रोन की एक और बड़ी खासियत यह है कि मिसाइल दूसरे ड्रोन की बिंग में नीचे की तरफ लटकी होती है, इसके पंख और पेट के अंदर हथियार और मिसाइल काफी अंदर तक छुपे हुई होते हैं॰