संयुक्त राष्ट्र को यूक्रेन की चिंता, गाजा में इसरायली नरसंहार पर साधे चुप्पी
रजा ग्राफी न्यूज:- संयुक्त राष्ट्र ने जानकारी देते हुए बताया है कि रूस-यूक्रेन जंग के दौरान रुसी हमलों से यूक्रेन को हुए नुकसान को कवर करने के लिए, यूक्रेन के पुनर्निर्माण के लिए आवश्यक राशि 486 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई है.
यानी यूक्रेन को पूर्व जैसे स्थिति में लाने के लिए 486 बिलियन डॉलर खर्च करने पड़ेंगे. रूस यूक्रेन पर हमला करके यूक्रेन को 486 बिलियन डॉलर का नुकसान पहुंचा चुका है. यदि 486 बिलियन डॉलर की मोटी रकम यूक्रेन को डी जाती है तो यूक्रेन इससे अपने यहाँ आशिक और पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुई इमारतों का पुनर्निर्माण कर पाएगा.
यह आंकड़े संयुक्त राष्ट्र दे रहा है, दुनिया को बता रहा है कि रूस के हमले से यूक्रेन को इतना नुकसान हुआ है, लेकिन गाजा में इसरायली नरसंहार की और संयुक्त राष्ट्र का ध्यान नहीं जाता, वहां हो रहे नुकसान का आंकलन संयुक्त राष्ट्र नहीं करता. गाजा के लोग इजराइल के जुल्मो सितम से भूख प्यास से मर रहे हैं.
अब ऐसा लगता है कि संयुक्त राष्ट्र की स्थापना सिर्फ अमेरिका और उसके समर्थक देशों के लिए हुई है. क्यूंकि संयुक्त राष्ट्र आप भी इन्हीं के इशारों पर चलता है. संयुक्त राष्ट्र को यूक्रेन में हो रहा नुकसान दिखता है, पर गाजा में भूख प्यास से तड़प रहे लोगों का दर्द संयुक्त राष्ट्र को नहीं दिखता.
यूक्रेन पर तो संयुक्त राष्ट्र खूब भाषणबाजी करता है, जंग के दौरान हुए नुकसान के आंकलन के लिए स्थलीय निरीक्षण भी करता है, लेकिन जब बात फिलिस्तीन गाजा के मुद्दे की आ जाए तो मौन धारण कर लेता है.