रजा ग्राफी रिपोर्ट:- भारत को चारों ओर से घेरने की कोशिश में जुटे चाइना के अंदर आज भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो के अनुसार चीन में एक महिला को जंजीरों में बांधकर रखा गया था, लेकिन जैसे ही सोशल मीडिया पर यह वीडियों वायरल हुआ॰
वैसे ही चीन की दुनिया भर में महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर किरकिरी होने लगी॰ यह मामला साल 2022 का है, जब एक ब्लॉगर को चीन के सुदूर इलाके फेंगशियान में एक महिला मिली, जिसके गले को जंगीरों से बांधा गया था, वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने इस महिला को इंसाफ दिलाने के लिए सरकार से मांग की॰
बीबीसी रिपोर्ट के अनुसार कोर्ट ने फैसले में महिला जिसका नाम शियाओ हुमेई है, उसकी जिंदगी की पूरी दास्तान बताई, कोर्ट ने बताया कि साल 1998 में जब महिला बालिग नहीं थी, उसे उसके घर से किडनैप कर लिया गया॰ जिसके बाद उसे 600 डॉलर यानी करीब 49000 हजार रुपाए में एक किसान को बेच दिया गया॰
इसके एक साल बाद ही साल 1999 में इस पीड़ित महिला को पुनः एक दंपत्ति को बेचा गया॰ जिसके बाद ये दंपत्ति फिर डोंग के पिता के संपर्क में आया, तो महिला को तीसरी बार बेंच दिया गया॰ कोर्ट ने बताया कि डोंग व उसके परिवार ने महिला को काफी मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया और उससे जबरन 8 बच्चे पैदा करवाए॰
जब तीसरा बच्चा हुआ तो यह महिला सिजोफ़्रेनिया का शिकार हो गई, लेकिन फिर भी इसके पति को उस पर रहम नहीं आया, सिजोफ़्रेनिया एक ऐसी बीमारी है, जो जिसे हो जाती है उसे अजीबोगरीब आवाज़े सुनाई देने लगती हैं और अजीब से चेहरे दिखने लगते हैं, इतना कुछ होने के बावजूद उसके पति ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए॰ बीमारी की जानकारी होने पर डोंग के परिवार ने साल 2017 में महिला को घर से दूर एक कमरे में बंद कर दिया॰
डोंग ने कभी भी महिला का इलाज नहीं करवाया और उसे मरने की स्थिति में छोड़ दिया, इसके बावजूद डोंग ने उसके साथ संबंध बनाना नहीं छोड़ा॰ लोगों ने कोर्ट द्वारा आरोपियों को कम सजा देने पर नाराजगी जताई॰ बीबीसी के अनुसार शुक्रवार को जब कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया तो सिर्फ एक घंटे में ही चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर 100 मिलियन हिट्स मिले, अधिकतर यूजर्स ने आरोपियों को कम सजा देने पर नाराजगी जताई॰